दस साल तक कांग्रेस पर मोदी नाम का भूत सवार रहा। अब जब उनकी आंखें थोड़ी खुलीं, तो संविधान की पुस्तक का भूत सवार हो गया है। संविधान की लाल रंग की इस पॉकेट एडिशन को राहुल गांधी ने संसद के भीतर और सोनिया गांधी ने संसद के बाहर लहराया। कल संसद का पहला ही दिन था, जिसमें कोई कामकाज नहीं होना था, केवल सांसदों को शपथ लेनी थी। लेकिन राहुल गांधी ने लाल किताब तब लहराई जब मोदी और शाह शपथ लेने आए। मजेदार बात यह है कि ठीक उसी समय सोनिया गांधी संसद के बाहर संविधान की प्रति लेकर सहयोगियों के साथ जोर-जोर से लहरा रही थीं।
समझ नहीं आया कि जिस संसद की इमारत खुद ही संविधान पर टिकी है, वहां संविधान की प्रतियां दिखाकर कांग्रेस क्या साबित करना चाहती है? कांग्रेस और उनके सहयोगी चुनाव के समय भी संविधान- संविधान का खेल खेल रहे थे। यह सही है कि चुनाव के दौरान विपक्ष ने चुनाव बाद संविधान बदलने का डर दिखाया, जो काम आया। परंतु अब लाल किताब दिखाकर क्या कांग्रेस खुद को संविधान का मसीहा साबित करना चाहती है? क्या यह बताना चाहती है कि इस देश की नियंता कांग्रेस पार्टी है? देश ने संविधान का गला घोंटते हुए आपकी सूरत 1975 में भी देखी, नसबंदी की चीत्कार में भी देखी, 1984 के दंगों में भी देखी।
राहुल साहब, जरा गौर फरमाइए कि आज तारीख क्या है? 25 जून, याद दिला दें 25 जून। यानी 1975 में आपकी दादी द्वारा लगाए गए आपातकाल की 50वीं बरसी। संविधान के तमाम पन्नों को तार-तार करने वाले 19 महीनों की दास्तान। जयप्रकाश नारायण सहित तत्कालीन समूचे विपक्ष को जेलों में ठूंसने का वर्ष। कितने जुल्म ढाए थे इंदिरा की सरकार ने? बेवजह संविधान की दुहाई मत दीजिए राहुल गांधी। कांग्रेस का इतिहास देश ने खूब देखा है। आपातकाल की याद हमें भी खूब है और करोड़ों देशवासियों को भी। क्यों खामख्वाह संविधान- संविधान चिल्ला रहे हैं? याद करें कांग्रेस ने कितनी बार देश की चुनी हुई सरकारें गिराई हैं, कितनी बार राष्ट्रपति शासन लगाए हैं? संविधान में कितने बार संशोधन किए हैं?
अरे साहब, आपकी पार्टी ने तो संविधान बचाने की आड़ लेकर जयपुर की महारानी गायत्री देवी का राजशाही खजाना लूट लिया था। हर वस्तु पर बांग्लादेश टैक्स लगा दिया था। सोनिया जी, याद कीजिए बाबरी ढांचा टूटने के बाद यूपी की सरकार भंग करने के बजाय आपकी केन्द्र सरकार ने भाजपा शासित चार राज्यों की सरकारें गिरा दी थीं। वह संविधान का उल्लंघन था या संरक्षण? संजय गांधी को कौन सी संवैधानिक धारा के अंतर्गत इंदिरा ने सुपर प्रधानमंत्री बना दिया था। तो सांसद में काम कराएं इंडी अलायन्स। रोज-रोज संविधान जैसे राष्ट्रग्रंथ को जेबों में उठाए मत घूमिए! गौर करें राहुल गांधी, संविधान की मर्यादा कायम रखिए। यह राष्ट्रग्रंथ है, कोई जेबी पॉकेट बुक नहीं।
**"राष्ट्रहित सर्वोपरि"** 💪💪
**जय श्री राम** 🙏
