लॉरेंस बिश्नोई एनकाउंटर पर राज शेखावत का बड़ा ऐलान: कैदी को भी मिलेगा 1.11 करोड़ का इनाम
Lawrence Bishnoi News: क्षत्रिय करणी सेना के प्रमुख राज शेखावत ने जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के एनकाउंटर को लेकर एक बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि अगर कोई कैदी साबरमती जेल में लॉरेंस बिश्नोई को मारता है, तो उसे भी 1,11,11,111 रुपये का इनाम दिया जाएगा। शेखावत ने यह भी कहा कि यह राशि उसी तरह दी जाएगी जैसे पुलिसकर्मी को लॉरेंस के एनकाउंटर के लिए इनाम देने की घोषणा की गई थी।
पुलिसकर्मी को इनाम की घोषणा
कुछ समय पहले, राज शेखावत ने कहा था कि अगर कोई पुलिसकर्मी लॉरेंस बिश्नोई का एनकाउंटर करता है, तो क्षत्रिय करणी सेना उसे 1,11,11,111 रुपये की इनाम राशि देगी। इसके अलावा, करणी सेना उस पुलिसकर्मी के परिवार का भी ध्यान रखेगी और उनकी सभी आवश्यकताओं को पूरा करेगी। शेखावत ने कहा कि क्षत्रिय करणी सेना से जुड़े करोड़ों लोग इस इनामी राशि को जुटाने में सहयोग करेंगे। उनका कहना था कि अगर सभी लोग छोटी-छोटी राशि योगदान करेंगे, तो इनाम की राशि इकट्ठी हो जाएगी।
कैदी को भी मिलेगा इनाम
राज शेखावत ने इस बार अपने बयान में एक नया ऐलान करते हुए कहा कि अगर साबरमती जेल में बंद कोई कैदी लॉरेंस बिश्नोई को मारता है, तो उसे भी 1,11,11,111 रुपये का इनाम क्षत्रिय करणी सेना द्वारा दिया जाएगा। शेखावत ने कहा कि यह इनाम राशि केवल पुलिसकर्मियों तक सीमित नहीं है; कोई भी साहसी कैदी अगर इस कार्य को अंजाम देता है तो वह इस इनाम का हकदार होगा।
सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की पत्नी का पलटवार
राज शेखावत के इस बयान के बाद सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की पत्नी शीला गोगामेड़ी ने प्रतिक्रिया देते हुए इसे "सस्ती लोकप्रियता पाने का तरीका" बताया। उन्होंने कहा कि राज शेखावत द्वारा किए गए ऐसे बयान भ्रमित करने वाले हैं और लोगों को गुमराह करने का प्रयास हैं। शीला गोगामेड़ी ने यह भी बताया कि उनके पति के हत्याकांड में अभी तक लॉरेंस बिश्नोई का नाम नहीं आया है। एनआईए द्वारा दाखिल की गई चार्जशीट में लॉरेंस बिश्नोई का नाम शामिल नहीं है, और उन्होंने राज शेखावत के बयानों को बिना किसी आधार के दिया गया बताया।
करणी सेना का समर्थन और विरोध
शेखावत के इस बयान को करणी सेना के कई सदस्यों का समर्थन प्राप्त है, जो इसे लॉरेंस बिश्नोई के खिलाफ सख्त कदम मानते हैं। वहीं, कुछ लोग इसे गैरकानूनी और अव्यावहारिक बताते हैं। शेखावत का कहना है कि समाज में अपराधियों के प्रति कठोर संदेश देने की आवश्यकता है, और इस प्रकार के कदम उठाकर ही समाज में शांति स्थापित की जा सकती है।
निष्कर्ष:
राज शेखावत के इस ऐलान से समाज में मिली-जुली प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। करणी सेना के कुछ लोग इसे अपराध के खिलाफ सख्त कार्रवाई का प्रतीक मानते हैं, जबकि अन्य इसे कानूनी प्रक्रियाओं का उल्लंघन बताते हैं।