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| Image Source : PTI/FILE PHOTO |
नई दिल्ली में सुप्रीम कोर्ट के बाहर मीडियाकर्मी
NTA के बीच, Supreme Court ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) को कड़ी फटकार लगाई है, यह कहते हुए कि अगर 0.001 प्रतिशत भी negligence है, तो उसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए। यह टिप्पणी alleged scam की जांच की मांग करने वाली याचिका पर hearing के दौरान की गई। इससे पहले कोर्ट ने NTA को notice जारी किया था, लेकिन counselling process पर रोक नहीं लगाई थी।
Supreme Cort ने NEET परीक्षा में irregularities के आरोपों पर ध्यान देते हुए NTA को सख्त चेतावनी दी। न्यायालय ने परीक्षा प्रक्रिया की integrity बनाए रखने और fairness सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर जोर दिया। याचिका में शामिल नितिन विजय ने करीब 20,000 students का प्रतिनिधित्व करते हुए NEET परीक्षा में irregularities का आरोप लगाया और digital protest किया। याचिका में alleged paper leak और discrepancies के कारण परीक्षा रद्द करने और नए सिरे से परीक्षा कराने की मांग की गई।
Supreme Court ने NTA को निर्देश दिया कि वह छात्रों की complaints को नजरअंदाज न करे और किसी भी genuine error को तुरंत सुधारे। आज की सुनवाई के दौरान, न्यायमूर्ति विक्रम नाथ और एसवी भट्टी ने पीठ की अध्यक्षता की। न्यायालय ने दोनों petitions को पिछली याचिकाओं के साथ मिलाकर 8 जुलाई को व्यापक सुनवाई के लिए निर्धारित किया।
इस बीच, Aam Aadmi Party (AAP) ने NEET विवाद को लेकर जंतर-मंतर पर protest की योजना बनाई है। Rajasthan उच्च न्यायालय भी एक याचिका पर hearing करेगा, जिसमें दावा किया गया है कि परीक्षा का पेपर 30 मिनट देरी से मिला और पूरा करने के लिए पर्याप्त समय नहीं दिया गया। याचिकाकर्ता ने grace marks की मांग की है।
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