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| कांग्रेस ने भारत के गरीबों की गरीबी का लाभ उठाया और उन्हें गारंटी कार्ड देकर यह भरोसा दिलाया कि कांग्रेस को वोट दो और आपको 8500 रुपये दिए जाएंगे। मतलब, नोट के बदले वोट मांगा गया। वैसे, यह कांग्रेस का नया रूप नहीं है। यह तो इन वंशवादियों का पुराना चरित्र है। |
| कांग्रेस ने जहां-जहां से सीटें जीती हैं, वहां-वहां उनकी नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि वे गरीबों को 8500 रुपये दें, क्योंकि वहां के लोगों ने उनके उम्मीदवारों को जिताया है और उन्होंने यही वादा किया था। |
| इन वंशवादियों ने गरीबों को इस तरह बरगलाने का काम किया कि संविधान बदलकर आरक्षण खत्म कर दिया जाएगा। पहले इन वंशवादियों ने हिंदुओं को जातियों में बांटकर जातिगत जनगणना की बात की, फिर हिंदुओं को ऊंची-नीची जातियों में बांटा, फिर उसी हिंदू को अमीर और गरीब में बांटा। इतना भयानक दुष्प्रचार किया और भ्रम का वातावरण बनाया। |
| अगर बीजेपी ने मुस्लिम आरक्षण न देने की बात कही, तो इन वंशवादियों ने हिंदू-मुस्लिम का दुष्प्रचार किया। मतलब, ये अंग्रेजों की भांति "फूट डालो और वोट लो" की राजनीति कर रहे थे। गरीबों की गरीबी का मजाक बनाओ और वोट लो। |
| यह तो हमारे देश की शिक्षित और समझदार जनता का भला हो कि उसने इन वंशवादियों को 100 के भीतर सीमित कर दिया। वरना इन लुटेरों ने देश को लूटने के लिए विदेशी फंड से चलने वाले पत्रकारों और जर्मन शेपर्ड की सहायता से जनता के बीच झूठ फैलाकर देश की सत्ता हथियाने का षड्यंत्र कर लिया था। |